एल्युमिनियम उद्योग
★ लोहा और इस्पात उद्योग के बाद एल्युमिनियम उद्योग देश का दूसरा बड़ा महत्वपूर्ण उद्योग है बॉक्साइट धातु को शुद्ध करने पर एल्युमीनियम प्राप्त होता है।
★ सामान्यत एक तन एल्युमीनियम बनाने के लिए 20 से 24 हजार किलो वाट विद्युत शक्ति, 5 टन बॉक्साइट, आधा टन चुना, 0.3 पेट्रोलियम, 0.13 टन कॉस्टिक सोडा की आवश्यकता पड़ती है।
★ भारत में एल्युमिनियम धातु का सर्वप्रथम उत्पादन 1886 में इलेक्ट्रॉनिक पद्धति से किया गया, आयातित एलुमिनियम से बर्तन बनाने का कार्य भारत में 1929 में शुरू हुआ।
★ भारत में एल्युमिनियम उद्योग की सही शुरुआत 1937 में जे.के. (जे.के. नगर पश्चिम बंगाल में) एल्यूमीनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अंतर्गत एक कारखाना लगाया गया।
★1941 में इंडियन एल्युमीनियम कंपनी ने विदेशों से आयातित एल्युमीनियम पिंडो से एल्युमीनियम की चादरे बनाने का कार्य प्रारंभ हुआ था।
★ नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड 2100000 टन प्रति वर्ष का उत्पादन क्षमता के साथ एशिया का सबसे बड़ा एल्युमिनियम उत्पादक कारखाना बन गया है। यह कारखाना दामन जोड़ी उड़ीसा में है।
★ वर्ष 2008 से वेदांता एल्युमीनियम लिमिटेड ने भी कार्य प्रारंभ कर दिया।
★ वर्ष 2011-12 के अंतर्गत एल्युमीनियम का उत्पादन 2011-12 में 16.71 लाख टन था जो वर्ष 2014-15 में बढ़कर 3.96 मिलियन टन हो गया।
★ भारत एल्युमिनियम उत्पादन में दूसरा तथा उपभोग की दृष्टि से विश्व का तीसरा बड़ा देश है।
★ भारत बॉक्साइट के भंडार की दृष्टि से पांचवा बड़ा देश है।
★ उद्योग की समस्याएं
● विदेश व्यापार में स्पर्धा।
● निर्यात में वृद्धि करने में असमर्थ।
● शक्ति के साधनों का केंद्रीयकरण।
● उत्पादन की ऊंची लागत।
● एल्युमीनियम के पुनर्चक्रण में प्रदूषण से 95% कम ऊर्जा की आवश्यकता।
● घरेलू विशाल बाजार।
√ उद्योग का स्थानीयकरण
■ इंडियन एल्युमीनियम कंपनी
★ यह कारखाना झारखंड के मुरी नामक स्थान पर है।
★बॉक्साइट मुरी से 32 किलोमीटर दूर लोहारदग्गा खानो से, दामोदर घाटी से पानी व कोयला प्राप्त हो जाता है।
★ यहां से अल्लूपुरम (केरल) बेलगाम (कर्नाटक) थाना (महाराष्ट्र) को एल्युमिनियम भेजा जाता है।
■ भारत अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड
★सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोरबा (छत्तीसगढ़) में स्थित है।
★ भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड की क्षमता दो लाख टन की है।
★ अमरकंटक (मध्य प्रदेश) से बॉक्साइट विद्युत कोरबा तापीय गृह से प्राप्त होता है।
★BALCOने अपना एक संयंत्र महाराष्ट्र के रत्नागिरी में स्थापित किया।
■ हिंदुस्तान अल्युमिनियम कॉरपोरेशन लिमिटेड
★ हिंदुस्तान अल्युमिनियम कॉरपोरेशन लिमिटेड कारखाना रेणुकूट सोनभद्र जिले में स्थित है।
★ यहां बॉक्साइट झारखंड के रांची एवं पलायू जिले से एवं चुने का पत्थर विद्यांचल क्षेत्र से, विद्युत शक्ति रिहन्द बांध से प्राप्त होती है।
★ वार्षिक उत्पादन क्षमता 3. 45 लाख टन है।
■ नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड
★ सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी की स्थापना जनवरी 1981 में की गई जो आज देश की सबसे बड़ी कंपनी है।
★ उत्पादन को नियमित बनाए रखने के लिए कारखाना में ही ताप विद्युत गृह में एक अतिरिक्त यूनिट अंगुल ओडिशा में लगाई जा चुकी है।
★ बॉक्साइट पंच माली पहाड़िया ओडिशा से एलुमिनियम बनाने का कारखाना दामन जोड़ी एलुमिना परधनवा संयंत्र ढलान उड़ीसा में स्थित है।
★ विशाखापट्टनम से प्रतिवर्ष 3.75 लाख तक लगभग प्रतिवर्ष यूरोप अमेरिका भेजा जाता है।
★ नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड 21 लाख टन प्रतिवर्ष उत्पादन कर एशिया का सबसे बड़ा एल्युमिनियम उत्पादक और खाना बन गया है।
धन्यवाद
★ लोहा और इस्पात उद्योग के बाद एल्युमिनियम उद्योग देश का दूसरा बड़ा महत्वपूर्ण उद्योग है बॉक्साइट धातु को शुद्ध करने पर एल्युमीनियम प्राप्त होता है।
★ सामान्यत एक तन एल्युमीनियम बनाने के लिए 20 से 24 हजार किलो वाट विद्युत शक्ति, 5 टन बॉक्साइट, आधा टन चुना, 0.3 पेट्रोलियम, 0.13 टन कॉस्टिक सोडा की आवश्यकता पड़ती है।
★ भारत में एल्युमिनियम धातु का सर्वप्रथम उत्पादन 1886 में इलेक्ट्रॉनिक पद्धति से किया गया, आयातित एलुमिनियम से बर्तन बनाने का कार्य भारत में 1929 में शुरू हुआ।
★ भारत में एल्युमिनियम उद्योग की सही शुरुआत 1937 में जे.के. (जे.के. नगर पश्चिम बंगाल में) एल्यूमीनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अंतर्गत एक कारखाना लगाया गया।
★1941 में इंडियन एल्युमीनियम कंपनी ने विदेशों से आयातित एल्युमीनियम पिंडो से एल्युमीनियम की चादरे बनाने का कार्य प्रारंभ हुआ था।
★ नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड 2100000 टन प्रति वर्ष का उत्पादन क्षमता के साथ एशिया का सबसे बड़ा एल्युमिनियम उत्पादक कारखाना बन गया है। यह कारखाना दामन जोड़ी उड़ीसा में है।
★ वर्ष 2008 से वेदांता एल्युमीनियम लिमिटेड ने भी कार्य प्रारंभ कर दिया।
★ वर्ष 2011-12 के अंतर्गत एल्युमीनियम का उत्पादन 2011-12 में 16.71 लाख टन था जो वर्ष 2014-15 में बढ़कर 3.96 मिलियन टन हो गया।
★ भारत एल्युमिनियम उत्पादन में दूसरा तथा उपभोग की दृष्टि से विश्व का तीसरा बड़ा देश है।
★ भारत बॉक्साइट के भंडार की दृष्टि से पांचवा बड़ा देश है।
★ उद्योग की समस्याएं
● विदेश व्यापार में स्पर्धा।
● निर्यात में वृद्धि करने में असमर्थ।
● शक्ति के साधनों का केंद्रीयकरण।
● उत्पादन की ऊंची लागत।
● एल्युमीनियम के पुनर्चक्रण में प्रदूषण से 95% कम ऊर्जा की आवश्यकता।
● घरेलू विशाल बाजार।
√ उद्योग का स्थानीयकरण
■ इंडियन एल्युमीनियम कंपनी
★ यह कारखाना झारखंड के मुरी नामक स्थान पर है।
★बॉक्साइट मुरी से 32 किलोमीटर दूर लोहारदग्गा खानो से, दामोदर घाटी से पानी व कोयला प्राप्त हो जाता है।
★ यहां से अल्लूपुरम (केरल) बेलगाम (कर्नाटक) थाना (महाराष्ट्र) को एल्युमिनियम भेजा जाता है।
■ भारत अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड
★सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोरबा (छत्तीसगढ़) में स्थित है।
★ भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड की क्षमता दो लाख टन की है।
★ अमरकंटक (मध्य प्रदेश) से बॉक्साइट विद्युत कोरबा तापीय गृह से प्राप्त होता है।
★BALCOने अपना एक संयंत्र महाराष्ट्र के रत्नागिरी में स्थापित किया।
■ हिंदुस्तान अल्युमिनियम कॉरपोरेशन लिमिटेड
★ हिंदुस्तान अल्युमिनियम कॉरपोरेशन लिमिटेड कारखाना रेणुकूट सोनभद्र जिले में स्थित है।
★ यहां बॉक्साइट झारखंड के रांची एवं पलायू जिले से एवं चुने का पत्थर विद्यांचल क्षेत्र से, विद्युत शक्ति रिहन्द बांध से प्राप्त होती है।
★ वार्षिक उत्पादन क्षमता 3. 45 लाख टन है।
■ नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड
★ सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी की स्थापना जनवरी 1981 में की गई जो आज देश की सबसे बड़ी कंपनी है।
★ उत्पादन को नियमित बनाए रखने के लिए कारखाना में ही ताप विद्युत गृह में एक अतिरिक्त यूनिट अंगुल ओडिशा में लगाई जा चुकी है।
★ बॉक्साइट पंच माली पहाड़िया ओडिशा से एलुमिनियम बनाने का कारखाना दामन जोड़ी एलुमिना परधनवा संयंत्र ढलान उड़ीसा में स्थित है।
★ विशाखापट्टनम से प्रतिवर्ष 3.75 लाख तक लगभग प्रतिवर्ष यूरोप अमेरिका भेजा जाता है।
★ नेशनल अल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड 21 लाख टन प्रतिवर्ष उत्पादन कर एशिया का सबसे बड़ा एल्युमिनियम उत्पादक और खाना बन गया है।
धन्यवाद
भारत में एल्युमिनियम उद्योग, एलुमिनियम उद्योग से संबंधित सामान्य प्रश्न उत्तर
Reviewed by Dharmaram
on
November 22, 2018
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