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विश्व में परिवहन एवं संचार स्थलीय परिवहन रेल मार्ग

रेल मार्ग
 स्थल परिवहन में रेल परिवहन का महत्व सर्वाधिक है रेल मार्ग का विकास सड़कों के  विकास  की तुलना में काफी देर  से  हुआ  इंग्लैंड में  जेम्स वाट  ने  1769  मैं इंजन का अविष्कार किया और जॉर्ज स्टीफेंस ने सर्वप्रथम 1814 में वाष्प चलित भरथम रेल इंजन बनाया 27 सितंबर 1825 में उतरी इंग्लैंड के ऑर्कटन
और डार्लिंगटन के मध्य संसार की पहली रेलगाड़ी इंग्लैंड में चलना प्रारंभ हुई रेल लाइनों की चौड़ाई प्रत्येक देश में अलग-अलग पाई जाती है सामान्यतया बड़ी 1.5 मीटर से अधिक, मीटर लाइन 1 मीटर और छोटी लाइनों में वर्गीकृत किया जाता है। भारत में रेल परिवहन की शुरुआत 1853 में मुंबई से ठाणे के बीच(34KM) हुई। भारतीय रेल 4 आयामों में संचालित होती है
क्र.सं.            नाम                                  चौड़ाई
1.       ब्रॉड गेज या बड़ी लाइन               1.676 मीटर
2.       मीटर गेज या छोटी लाइन।               1 मीटर
3.       नैरो गेज या संकरी लाइन।           0.762 मीटर
4.       लिफ्ट गेज।                              0.610 मीट
      दैनिक आवागमन की रैली ब्रिटेन संयुक्त राज्य अमेरिका जापान रूस और भारत में अत्यधिक लोकप्रिय है यह दैनिक गाड़ियां नगरों में प्रतिदिन लाखों यात्रियों को लाती ले जाती है विश्व में लगभग 1300000 किलोमीटर लंबे रेल यातायात मार्ग है।

यूरोप में विश्व का संगतम रेल तंत्र पाया जाता है यहां रेल मार्ग लगभग 121 किलोमीटर लंबे हैं जिनमें से अधिकांश दोहरे अथवा बहुमार्गी है बैल्जियम मेंं रेल घनत्व सर्वाधिक अर्थात 6.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल पर लगभग 1 किलोमीटर पाया जाता है औद्योगिक प्रदेश विश्व के कुछ सर्वाधिक घनत्व का प्रदर्शन करते हैं लंदन, पेरिस, ब्रुसेल्स, मिलान, बर्लिन, और वारसा महत्वपूर्ण रेल केंद्र है इंग्लैंड में यूरो टनल ग्रुप द्वारा संचालित सुरंग मार्ग लंदन को पेरिस से जोड़ता है

विश्व में परिवहन एवं संचार स्थलीय परिवहन रेल मार्ग विश्व में परिवहन एवं संचार स्थलीय परिवहन रेल मार्ग Reviewed by Dharmaram on November 10, 2018 Rating: 5

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