सीमेंट उद्योग
★ चीन के बाद भारत विश्व में सीमेंट का सबसे बड़ा उत्पादक देश है
★ इसका उत्पादन और उपभोग किसी देश के विकास का मापदंड होता है।
उद्योग का विकास
★ भारत में संगठित ढंग से पहली बार सीमेंट बनाने का प्रयास 1904 में मद्रास में समुंद्र सीपियों से किया गया जो सफल नहीं हो सका।
★ वास्तविक विकास 1912-13 में हुआ जब कटनी (मध्य प्रदेश खटाऊ कंपनी द्वारा) लाखेरी (राजस्थान) बूंदी किलिक निक्सन कंपनी द्वारा, पोरबंदर गुजरात में (टाटा संस द्वारा) स्थापित की गई जिनमें उत्पादन 1914 से आरंभ हुआ।
★ 1919 तक सीमेंट कंपनियों की संख्या 19 पहुंच गई जिन की उत्पादन क्षमता एक लाख टन है।
★ सीमेंट उद्योग की प्रगति-
वर्ष स्थापित क्षमता उत्पादन
(लाख टन) (लाख टन)
1950-51 33 27
1970-71 180 143
1990-91 600 488
2000-01 2938 2097
2013-14 3245 2500
2014-15 3245 2700
★ सन 1934 में एसोसिएट सीमेंट कंपनी लिमिटेड एवं 1937 में डालमिया सीमेंट ग्रुप में सीमेंट उत्पादन को सर्वाधिक प्रोत्साहित किया।
★ सन 1947 तक देश में सीमेंट के कुल 23 कारखाने थे जिनमें से विभाजन के कारण 5 पाकिस्तान में चले गए तथा 18 भारत में रहे।
★ 1951 में देश में कुल 21 कारखाने थे।
★ प्रथम पंचवर्षीय योजना में 6 नए कारखाने खोले गए और 1956 में इनकी संख्या 27 हो गई।
★ 1960-61 तक यह संख्या बढ़कर 34 हो गई।
★ 1990-91 में यह संख्या बढ़कर 92 हो गई। यह संख्या निरंतर बढ़ते हुए मार्च 2015 के अंत तक देश में दोनों बड़े सीमेंट संयंत्र से जिनके उत्पादन क्षमता 37.83 करोड़ हो गई।
★ इसके साथ ही 365 छोटे शहरों का उत्पादन 33.63 मिलियन टन था।
★ भारतीय सीमेंट की तुलना विश्व के सर्वश्रेष्ठ सीमेंट से की जा सकती।
उद्योग का स्थानीयकरण
★ अनुमानतः 1 टन सीमेंट बनाने के लिए 1.6 टन चुनने पत्थर, 0.38 टन जिप्सम और 3.8 टन कोयले की आवश्यकता होती है।यह सभी भारी पदार्थ है।
★भारत के कुल उत्पादन का 74% {उत्पादन क्षमता का 86%} गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड से होता है।
★ सीमेंट के बड़े संयंत्रों में से 77 संयंत्र आंध्र प्रदेश राजस्थान तथा तमिलनाडु में ही है।
★ सीमेंट उद्योग के शीर्ष 20 कंपनियां 70 से अधिक सीमेंट का उत्पादन करती है।
■ तमिलनाडु- भारत के शीर्ष उत्पादक राज्यों में से एक है यहां पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध है यहां का पठारी क्षेत्र मुख्य सीमेंट उत्पादक क्षेत्र है जहां शंकर दुर्ग डालमिया पुरम पुलीपुर आलिया मदुरै अलुगंग मुख्य सीमेंट उत्पादक केंद्र है।
■ मध्य प्रदेश- राज्य में देश के कुल सीमेंट उत्पादन का 12% उत्पादन होता है जामुल में स्थित संयंत्र देश का सबसे बड़ा कारखाना है सतना मैहर कैसन गोपालनगर अंकलतारा बनयोर और नीमच, ग्वालियर, कटनी, सतना, दमोह, प्रमुख सीमेंट उत्पादक केंद्र है यहां उत्तम किस्म का चूना पत्थर कोयला, बिजली, परिवहन बाजार की सुविधा उपलब्ध होने से उद्योग का विकास तीव्र गति से हुआ है।
■ आंध्र प्रदेश- राज्य के अधिकांश सीमेंट कारखाने तेलंगाना तथा रायलसीमा क्षेत्र में स्थित है कारखानों का केंद्र समुंद्र तटीय क्षेत्रों में अधिक हुआ प्रमुख सीमेंट उत्पादक केंद्र है।
■ राजस्थान- देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों में से एक यहां देश के सर्वाधिक जिप्सम के भंडार एवं चुने का पत्थर बाजार पूंजी परिवहन की सुविधा से विकास हुआ है।
धन्यवाद
★ चीन के बाद भारत विश्व में सीमेंट का सबसे बड़ा उत्पादक देश है
★ इसका उत्पादन और उपभोग किसी देश के विकास का मापदंड होता है।
उद्योग का विकास
★ भारत में संगठित ढंग से पहली बार सीमेंट बनाने का प्रयास 1904 में मद्रास में समुंद्र सीपियों से किया गया जो सफल नहीं हो सका।
★ वास्तविक विकास 1912-13 में हुआ जब कटनी (मध्य प्रदेश खटाऊ कंपनी द्वारा) लाखेरी (राजस्थान) बूंदी किलिक निक्सन कंपनी द्वारा, पोरबंदर गुजरात में (टाटा संस द्वारा) स्थापित की गई जिनमें उत्पादन 1914 से आरंभ हुआ।
★ 1919 तक सीमेंट कंपनियों की संख्या 19 पहुंच गई जिन की उत्पादन क्षमता एक लाख टन है।
★ सीमेंट उद्योग की प्रगति-
वर्ष स्थापित क्षमता उत्पादन
(लाख टन) (लाख टन)
1950-51 33 27
1970-71 180 143
1990-91 600 488
2000-01 2938 2097
2013-14 3245 2500
2014-15 3245 2700
★ सन 1934 में एसोसिएट सीमेंट कंपनी लिमिटेड एवं 1937 में डालमिया सीमेंट ग्रुप में सीमेंट उत्पादन को सर्वाधिक प्रोत्साहित किया।
★ सन 1947 तक देश में सीमेंट के कुल 23 कारखाने थे जिनमें से विभाजन के कारण 5 पाकिस्तान में चले गए तथा 18 भारत में रहे।
★ 1951 में देश में कुल 21 कारखाने थे।
★ प्रथम पंचवर्षीय योजना में 6 नए कारखाने खोले गए और 1956 में इनकी संख्या 27 हो गई।
★ 1960-61 तक यह संख्या बढ़कर 34 हो गई।
★ 1990-91 में यह संख्या बढ़कर 92 हो गई। यह संख्या निरंतर बढ़ते हुए मार्च 2015 के अंत तक देश में दोनों बड़े सीमेंट संयंत्र से जिनके उत्पादन क्षमता 37.83 करोड़ हो गई।
★ इसके साथ ही 365 छोटे शहरों का उत्पादन 33.63 मिलियन टन था।
★ भारतीय सीमेंट की तुलना विश्व के सर्वश्रेष्ठ सीमेंट से की जा सकती।
उद्योग का स्थानीयकरण
★ अनुमानतः 1 टन सीमेंट बनाने के लिए 1.6 टन चुनने पत्थर, 0.38 टन जिप्सम और 3.8 टन कोयले की आवश्यकता होती है।यह सभी भारी पदार्थ है।
★भारत के कुल उत्पादन का 74% {उत्पादन क्षमता का 86%} गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड से होता है।
★ सीमेंट के बड़े संयंत्रों में से 77 संयंत्र आंध्र प्रदेश राजस्थान तथा तमिलनाडु में ही है।
★ सीमेंट उद्योग के शीर्ष 20 कंपनियां 70 से अधिक सीमेंट का उत्पादन करती है।
■ तमिलनाडु- भारत के शीर्ष उत्पादक राज्यों में से एक है यहां पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध है यहां का पठारी क्षेत्र मुख्य सीमेंट उत्पादक क्षेत्र है जहां शंकर दुर्ग डालमिया पुरम पुलीपुर आलिया मदुरै अलुगंग मुख्य सीमेंट उत्पादक केंद्र है।
■ मध्य प्रदेश- राज्य में देश के कुल सीमेंट उत्पादन का 12% उत्पादन होता है जामुल में स्थित संयंत्र देश का सबसे बड़ा कारखाना है सतना मैहर कैसन गोपालनगर अंकलतारा बनयोर और नीमच, ग्वालियर, कटनी, सतना, दमोह, प्रमुख सीमेंट उत्पादक केंद्र है यहां उत्तम किस्म का चूना पत्थर कोयला, बिजली, परिवहन बाजार की सुविधा उपलब्ध होने से उद्योग का विकास तीव्र गति से हुआ है।
■ आंध्र प्रदेश- राज्य के अधिकांश सीमेंट कारखाने तेलंगाना तथा रायलसीमा क्षेत्र में स्थित है कारखानों का केंद्र समुंद्र तटीय क्षेत्रों में अधिक हुआ प्रमुख सीमेंट उत्पादक केंद्र है।
■ राजस्थान- देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों में से एक यहां देश के सर्वाधिक जिप्सम के भंडार एवं चुने का पत्थर बाजार पूंजी परिवहन की सुविधा से विकास हुआ है।
धन्यवाद
भारत में सीमेंट उद्योग, cement industry in India,
Reviewed by Dharmaram
on
November 23, 2018
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November 23, 2018
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Very nice
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